कोरियाई भाषा में स्वर मात्रा स्वनिमिक नहीं हैं जबकि हिन्दी में अग्र एवं पश्चदोनो उच्च स्वरों के साथ मात्रा अर्थ भेदक प्रकार्य करती हैं और इ, ई, उ, ऊ हिन्दीके चार अलग स्वर स्वनिम हैं.
2.
कोरियाई भाषा में स्वर मात्रा स्वनिमिक नहीं हैं जबकि हिन्दी में अग्र एवं पश्चदोनो उच्च स्वरों के साथ मात्रा अर्थ भेदक प्रकार्य करती हैं और इ, ई, उ, ऊ हिन्दीके चार अलग स्वर स्वनिम हैं.
3.
प्रत्येक वर्ग मेंअघोष स्पर्श ध्वनि के साथ महाप्राणत्व अभिलक्षण अर्थ भेदक प्रकार्य करता है जबकिसघोष स्पर्श ध्वनियों में एक ध्वनि रूप पूर्णतः अल्पप्राण है और दूसरा कुछमहाप्राणत्व एवं बहुत कम घोषत्व के साथ उच्चरित किया जाता है.
4.
प्रत्येक वर्ग मेंअघोष स्पर्श ध्वनि के साथ महाप्राणत्व अभिलक्षण अर्थ भेदक प्रकार्य करता है जबकिसघोष स्पर्श ध्वनियों में एक ध्वनि रूप पूर्णतः अल्पप्राण है और दूसरा कुछमहाप्राणत्व एवं बहुत कम घोषत्व के साथ उच्चरित किया जाता है.